Kaun Tha Rahman Dakait (Akshay Khanna ) | “धुरंधर” के रहमान डकैत की असल कहानी

Kaun Tha Rahman Dakait (Akshay Khanna ) | “धुरंधर” के रहमान डकैत की असल कहानी

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Kaun Tha Rahman Dakait (Akshay Khanna ) | “धुरंधर” के रहमान डकैत की असल कहानी

Bollywood की Filmधुरंधर” चर्चा में है. फिल्म का किरदार Rehman Dakait दर्शकों के सिर चढ़ कर बोल रहा है. इस पात्र का पूरा नाम Sardar Abdul Rehman Baloch बताया जाता है. किशोर अवस्था में ही जो संगीन गुनाह करने का आदि हो चूका था, जिसने 15 साल की उम्र में अपनी ही माँ को मारा, बेकसूर लोगों का खून बहाया, पिता के हत्यारों से बदला लिया और लोगों में अपनी छवि, दानवीर, न्यायप्रेमी और दबंग व्यक्ति जैसी बनाई ताकि उसकी लूट की दुकान चलती रहे, भ्रस्टाचार और लचर राजनीति के फल स्वरूप इसकी गुंडई कराची में खूब पनपी, लेकिन फिर कानून की जकड़ हुई और इस वेहशी गैंगस्टर का भी वही हाल हुआ जो हर एक नराधम का होता है, “मट्टी में मिल जाना“,

वैसे तो भारत में रहते हुए हमें पड़ौसी मुल्क के सिस्टम से कुछ लेना देना नहीं, लेकिन हाल ही में इस किस्से पर धुरंधर नाम की फिल्म बनी है जिसमें हम्ज़ा (एक भारतीय एजंट) का किरदार रणवीर सिंह ने निभाया है, जो मिशन पर पाकिस्तान गए थे, उनकी तुलना “शहीदमेजर मोहित शर्मा से हो रही है, आइए जान लेते हैं Kaun Tha Rahman Dakait और क्या थी उसकी कहानी.

जन्म और परिचय : Sardar Abdul Rehman का जन्म वर्ष 1975 में ल्यारी, कराची, पाकिस्तान में हुआ था. उसे सरदार, खान साहेब और खान भाई कह कर भी पुकारा जाता था, लेकिन Underworld में वो “रहमान डकैत” नाम से कुख्यात था.

संगठन और राजनीति : रहमान डकैत ने “पीपुल्स अमन कमेटी” संगठन की स्थापना की थी, उसका उत्तराधिकारी उज़ैर बलोच था, राजनीती की बात करें तो कराची में वो पाकिस्तान पीपल्स पार्टी से जुड़ा हुआ था. उसकी राइवलरी / दुश्मनी गैंगस्टर अरशद पप्पू से रही, जब रहमान ल्यारी में Wanted था तो उस पर 5 मिलियन PKR का इनाम घोषित हुआ था.

गैंगस्टर का अंत : 9 अगस्त 2009 के दिन इस खलनायक के पापोँ का घड़ा भर ही गया, 33 या 34 साल की उम्र में पुलिस दल के हाथों “स्टील टाउन” कराची, पाकिस्तान में इसे घर लिया गया और पुलिस मुठभेड़ में मार दिया गया. एनकाउंटर पर कस्टोडियल कीलिंग के सवाल उठे, लेकिन इस क्रिमिनल का रिकॉर्ड ही ऐसा था कि न समाज ने इसकी सुध ली, ना ही इसका परिवार कुछ ज़्यादा कर पाया.

कराची पोर्ट के पास मौजूद पाकिस्तान का “ल्यारी” इलाका

Rahman Dakait Full Story

यह इलाका करीब 6 दशकों तक गुंडों, बदमाशों और आतंकियों से त्रस्त रहा है. यहाँ टारगेट किलिंग, ड्रग तस्करी और लूटपाट आम ज़िंदगी का हिस्सा बन चुके थे. इस जगह की पॉपुलेशन केवल 4 लाख थी, फिर भी पश्चिमी मिडीया इस क्षेत्र की क्राइम ख़बरें कवर करता था, इस बात से अंदाज़ा लगाया जा सकता है कि यहाँ का माहौल और मंज़र क्या रहा होगा. गैंगस्टर मोहम्मद दादल के घर जन्मा Sardar Abdul Rehman Baloch जो आगे चल कर Rehman Dakait नामा से कुख्यात हुआ.

वेहशी मानसिकता का शिकार था “Rahman Dakait”

माहौल, परिवार और समाज इन्सान को बनाते हैं. लेकिन कुछ लोगों में पैदाइशी दरिंदगी के गुण भी हो सकते हैं, कारण जो भी हो, कहा जाता है कि रहमान 13 वर्ष की आयु से “क़त्ल” करना शुरू कर चुका था.

ख़दीजा बीबी और इक़बाल का अफैर “अफ़वाह या सच”?

एक सनकी लड़का जो किसी से कहासुनी होने पर चाकू मार देने की मानसिकता रखता हो, वो अपनी माँ के अफैर की बात कैसे बर्दाश्त कर लेगा ! वो भी जब Affair ऐसे मर्द के साथ हो जो उसके पिता का हत्यारा हो, रिपोर्ट्स के अनुसार Rahman Dakait ने अपनी माता के अफैर की अफ़वाह पर ही उन्हें गोलियां मार कर गला रेत दिया और लाश पंखे से लटकाई फिर सबूत मिटाने के लिए शव को दफना दिया. ऐसे खौफ़नाक जुर्म को अंजाम देते समय रहमान की उम्र केवल 15 वर्ष थी.

पिता की मौत के बाद गैंग का कंट्रोल “Rahman Dakait” के हाथों में

Karachi Don Sardar Abdul Rehman Baloch Biography

इस व्यक्ति का एक ही असूल था, की इसका कोई असूल नहीं था, धीरे धीरे इसका खौफ़ पुरे कराची में फैलने लगा. रहमान अपने दुश्मन को सिर्फ मौत नहीं देता था, वो अपनी अमानुषी हरकतों से ये फरमान जारी करता था की सलामत रहना है, ज़िंदा रहना है तो, मेरी बात माननी ही पड़ेगी.

गैंगस्टर हाजी लाला को घेर कर मारा

पावर और पैसा यूँ ही नहीं मिलता, हर क्षेत्र में स्पर्धा है, अंडरवर्ल्ड का भी नियम कुछ वैसा ही है, रातोरात नाम बन जाता है, धन दौलत भी कदमों में बीछ जाती है, लेकिन फिर शुरू होता है चुंहे बिल्ली का खेल, यानी की हमेशा गुच्छे में रहना होगा, खुली हवा और पक्की नींद सपना बन जाता है, पल पल मौत का खौफ, और पता नहीं कौन कब बदला लेने पर उतारू हो जाए या, कब कानून की एनकाउंटर वाली गोली खेल ख़त्म कर दे.

दिन 4 जुलाई, 2003, दुश्मन गैंग का लीडर हाजी लाला
एक स्कूल के पास अकेला पड़ जाता है, डकैत पहले तो उसे पैर में गोली मार कर पंगु बना देता है, फिर लाचार पड़े हाजी लाला के सीने में रहमान डकैत AK47 पिस्टल से 30 से ज्यादा गोलियां उतार देता है. उसके बाद वर्ष 2004 में अपने पिता के हत्यारे इक़बाल को भी वो इसी तरह बेरहमी से मारता है. उसने सोते हुए इक़बाल के बिस्तर के पास जा कर पूरी रायफल की गोलियां उसके सिर और सीने में उतार दी.

रहमान डकैत को भी घेर कर मारा गया “एनकाउंटर”

9 अगस्त 2009 की शाम असलम और उसकी टीम ने डकैत को घेर लिया, पूरा इलाका गोलियों की गूंज से थर्रा गया, और रात तक खबर फ़ैल गई की गैंगस्टर रहमान डकैत कराची पुलिस के हाथों मारा गया. लोकल पुलिस का बयान था कि पहले गैंगस्टर ने गोली चलाई फिर जवाबी कार्रवाई में उनकी टीम को फायर खोलना पड़ा, लेकिन जब डकैत की लाश का पोस्टमॉर्टम हुआ तो ये साफ़ हो गया कि, ये कोई रियल एनकाउंटर नहीं था, गोलियां खात्मे के इरादे से “पॉइंट ब्लैंक रैज” से shoot की गई थीं.

सिंध हाईकोर्ट से रहमान डकैत की बहन की गुहार

केस दाखिल हुआ, जांच भी बैठी, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकल पाया, जब अभियुक्त ने खुद ही ऐसे कांड किये हों तो कानून और समाज भी भला कैसे उसके पक्ष में बोले? एनकाउंटर कस्टरडी का यह केस एक पहेली बन कर रह गया, ल्यारी में इसे PPP का सेटअप भी माना जाता है, जब की एनकाउंटर करने वाले अधिकारी असलम इस घटना को न्याय-संगत एनकाउंटर बताते हैं, उन्होंने डकैत को ठिकाने लगाने के बाद इस क्षेत्र के अन्य Gangs का सफाया करने में भी निर्णायक भूमिका अदा की थी. वर्ष 2012 से 2018 तक चले इस एंटी-माफिया प्रोग्रम में पुलिस, एलिट फ़ोर्स, सिंध रेंजर्स और आर्मी तक को इन्वॉल्व किया गया, ताकि ल्यारी कस्बा और कराची, क्राइम वर्ल्ड की काली परछाई से मुक्त हो सके.

फिल्म धुरंधर का किरदार “हम्ज़ा”

हाल ही में कांतारा फिल्म का माजक उड़ाने पर Troll हुए रणवीर सिंह धुरंधर फिल्म में हम्ज़ा नामक एक इंडीयन एजंट का किरदार निभा रहे हैं, जो इंडिया से पाकिस्तान किसी ख़ास मिशन पर जाते हैं, फिल्म की रिलीजी से पूर्व उनका किरदार मेजर मोहित शर्मा से प्रेरित बताया गया, जो वर्ष 2009 में कश्मीर के कुपवाड़ा में शहीद हो गए, लेकिन मोहित के परिवार ने इस बात पर एतराज जताया है और Film तक को Release ना होने देने की मांग की थी. जो भी है, film तो अब दर्शकों के बीछ आ चुकी और हीरो Ranveer Singh से ज्यादा विलेन Akshay Khanna (रहमान डकैत) ट्रेंड कर रहे हैं.

भारतीय जवान का सिर काट कर जनरल परवेज मुशर्रफ़ को दिया

Rehman Dakait की दर्जे का बीभत्स असुर था, ये तो वो अपनी सगी माँ को मार कर बता चुका था, लेकिन उस पर एक और संगीन आरोप यह है कि उसने भारत के एक सैनिक का सिर काट लिया, और उस वक्त के पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल परवेज़ मुशर्रफ को भेंट किया.

Sardar Abdul Rehman Baloch के समर्थक भी…

दरिंदे रात में खूंखार बन जाते हैं, और दिन में झाड़ियों में दुबक जाते हैं, वैसे ही कायर क्रिमिनल्स पब्लिक में समाजसेवक और दानवीर रॉबिनहुड की छवि बना के रखते हैं और परदे के पीछे हर तरह के गुनाह अंजाम देते हैं.

मीडिया में मौजूद तथ्यों के मुताबिक, पाक गैंगस्टर Rehman Dakait का भी कुछ ऐसा ही दोहरा चरित्र रहा रहा है. गरीबों में खाना बांटना, चोर उचक्कों और दबंगों को सजा देना, अनाथ लड़कियों की शादी करवाना, अपनी टेरेटोरी में एक स्वघोषित सरकार चलाना, यही सब इस आदमी का किरदार रहा है.

ड्रग्स स्मगलिंग, मर्डर, फिरौती, किडनैपिंग और सौ तरह के जुर्म कर के मुट्ठीभर लोगों के लिए अच्छाई करना, ये बिलकुल वैसा ही है कि “100 चुंहे खा के बिल्ली हज को चली”.

भोलेभाले लोगों को जब मदद मिलती है तो वो ऐसे क्रिमिनल के गुनाहों का कच्चा-चिट्ठा नहीं पढ़ते, क्यूँ की ऐसे गैंगस्टर्स की दी हुई मदद की धुंध, उनकी आँखों के आगे छाई रहती है और वो उन्हें मसीहा दिखने लगता है.

Rahman Dakait किरदार से Akshay Khanna की वापसी

धुरंधर के रहमान डकैत की असल कहानी

धुरंधर फिल्म का वाइरल डायलॉग : रहमान डकैत की दी हुई मौत बड़ी कसाईनुमा होती है “

कुछ समय पहले एनीमल फिल्म आई थी, उसमें भी हीरो से ज्यादा विलेन की चर्चा थी, धुरंधर फिल्म में भी कुछ ऐसा ही सीन बन रहा है.

इस फिल्म से अक्षय खन्ना ने तगड़ा Comeback किया है, पुरे करियर में उनकी तुलना उनके पिता विनोद खन्ना से हुई और अक्षय को Flop या Average कलाकार ही rate किया गया.

लेकिन इस फिल्म में उनके किरदार Rahman Dakait वाले परफॉर्मेंस ने उन्हें रातोरात सुर्ख़ियों में ला दिया.

Internet पर अक्षय के meme भी बहुत वाइरल हो रहे, की…

“जब Hero वाले किरदार अदा करता था तो कोई थिएटर गया नहीं, अब लिजेंड-लिजेंड चिल्ला रहे”

खैर जो भी है, देर से आए दुरुस्त आए, मेहनत का फल मिल रहा है, वो ही बड़ी बात है.

QNA (Rahman Dakait Life Journey)

Q – रहमान डकैत कौन था?
A – उसका नाम Sardar Abdul Rehman Baloch था और वो एक पाकिस्तानी गैंगस्टर था.

Q – हालिया कौनसी फिल्म में अक्षय खन्ना ने रहमान डकैत का रोल किया है?
A – Bollywood Film “धुरंधर” में अक्षय खन्ना ने रहमान डकैत का किरदार अदा किया है, जिसकी खूब सराहना हुई है.

Q – रहमान डकैत क्यूँ कराची का राक्षस कहा जाता था?
A – उसने 15 साल की उम्र में अपनी ही माँ को मौत के घाट उतार कर पंखे से लटकाया था, इसी बात से उसकी “वेहशत का पैमाना” पता चलता है.

Q – रहमान डकैत की कहानी बताने वाली फिल्म धुरंधर किसने बनाई है?
A – यह फिल्म डिरेक्टर और स्क्रीन-राईटर Aditya Dhar ने बनाई है.

Q – रहमान डकैत के बाप का नाम क्या था, वो क्या करता था?
A – उसके पिता का नाम मोहम्मद दादल था, वह पेशे से बदमाश गैंगस्टर था.

Q – रहमान डकैत कौनसे संगठन का सरगना था और उसकी राजनैतिक पार्टी का नाम क्या था?
A – उसने “पिपुल्स अमन कमेटी” संगठन बनाया था और वो पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी से राजनीती में एक्टिव था.

Q – उज़ैर बलोच कौन था?
A – वो रहमान डकैत का उत्तराधिकारी था.

Q – गैंगवॉर में रहमान डकैत का किससे 36 का आंकड़ा था?
A – Underworld में रहमान की “अरशद पप्पू” से कड़ी दुश्मनी थी.

Q – Sardar Abdul Rehman Baloch की किस आदत से उसके दुश्मन खौफ़ खाते थे?
A – रहमान डकैत अपने शत्रुओं को बहुत निर्मम और दयनीय मौत मारता था.

Q – रहमान डकैत जब अंडरग्राउंड हुआ तो उसपे पाकिस्तान सरकार ने कितना इनाम घोषित किया था?
A – रहमान डकैत की ख़बर देने वाले को 5 मिलियन PKR (पाकिस्तानी रूपियों) का इनाम घोषित किया गया था.

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