डूबती नाव और जान बचाने के लिए 35 घंटों का इंतज़ार, लाल सागर में हादसे से बचने वालों की आपबीती

'सी स्टोरी' नाव लाल सागर में हादसे का शिकार हुई थी
इमेज कैप्शन, लुसियाना गैलेटा सहित कई और लोग ‘सी स्टोरी’ नाव पर थे जो लाल सागर में हादसे का शिकार हुई थी. ये लोग जान बचाने के लिए घंटों संघर्ष करते रहे.

लुसियाना गैलेटा कहती हैं, “मैं बस यही सोच रही थी कि मेरी मौत कैसे होगी.”

लुसियाना पर 35 घंटे तक एक पलट चुकी नाव के अंधेरे हिस्से में फंसे रहने का असर साफ़ देखा जा सकता है. अपनी आपबीती बताते समय उनकी आवाज़ भी कांप रही थी.

लुसियाना ने बीबीसी के साथ एक वीडियो साझा किया है जिसमें उस जगह को दिखाया गया है जहां वो फ़ंसी हुईं थीं. यह वीडियो उन्होंने अपने फ़ोन पर ही रिकॉर्ड किया था. वीडियो में देखा जा सकता है कि कैसे तेज़ी से भरते पानी और उसमें तैरते मलबे की वजह से लुसियाना वहां फ़ंसी रहीं.

पिछले साल 25 नवंबर को लाल सागर में डूबे मिस्र के जहाज़ ‘सी स्टोरी’ के मलबे से जीवित बचाए गए 35 लोगों के समूह की वो आख़िरी शख़्स थीं.



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