‘तुम्हारे घर वाले बेशर्म होंगे, नहीं तो तुम्हें भी…’, राधिका यादव के मर्डर के बाद दोस्त हिमांशिका को कर रहे ट्रोल, दिया जवाब

[NEWS]

नेशनल टेनिस प्लेयर 25 वर्षीय राधिका यादव की हत्या ने पूरे देश को झकझोर दिया है. आरोप है कि उनके पिता दीपक यादव (49) ने चार गोलियां मारकर उनकी हत्या कर दी. आरोपी पिता ने खुद पुलिस को बताया कि उसे इस बात का ताना मिलता था कि वह बेटी की कमाई पर जीता है.

अब राधिका की करीबी दोस्त हिमांशिका सिंह राजपूत ने सोशल मीडिया पर एक भावुक वीडियो जारी किया है. इस वीडियो में हिमांशिका ने उन ट्रोल्स को लताड़ा है, जो इस हत्या को ‘सही’ ठहरा रहे हैं.

हिमांशिका ने वीडियो में क्या कहा?

हिमांशिका ने कहा कि उन्होंने राधिका को लेकर दो वीडियो पोस्ट किए थे, लेकिन कमेंट सेक्शन में “पिता को सलाम”, “अच्छा किया”, “बेटी झूठी थी, तुम्हारे घर वाले बेशर्म हैं नहीं तो तुम्हे भी दंडित करना चाहिए…” जैसे घृणित कमेंट्स देखकर वह स्तब्ध हैं. टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार, हिमांशिका ने लिखा, “ये दुनिया सिर्फ पुरुषों की नहीं है. महिलाएं हैं, लड़ रही हैं और लड़ती रहेंगी.” 

उन्होंने कहा कि यह समय है जब पुरुषों को पुरुषों को समझाना चाहिए कि महिलाओं का सम्मान कैसे करें. सिर्फ बेटियों को ‘सुरक्षित रहने’ की शिक्षा देना काफी नहीं, बेटों को भी सिखाना होगा कि महिलाओं के साथ कैसे पेश आना है.


राधिका की स्थिति और परिवार का रवैया

हिमांशिका ने दावा किया कि राधिका अपनी मौत से 10 दिन पहले पूरी तरह टूट चुकी थीं. उन्होंने अपने परिवार से कहा था कि वह अब उनकी बातों के अनुसार जीने को तैयार हैं. राधिका रील्स और वीडियो बनाना पसंद करती थीं, लेकिन उनके घरवालों को यह पसंद नहीं था. उन्हें कई बार कहा जाता- “लोग क्या कहेंगे?”. उन्होंने बताया कि यादव परिवार काफी रूढ़िवादी था और बेटियों पर कर्फ्यू जैसी पाबंदियां लगाई जाती थीं.

हिमांशिका ने राधिका के पिता की मानसिक स्थिति पर उठाया सवाल

हिमांशिका ने कहा कि राधिका के पिता पिछले कुछ समय से “पारिवारिक और मानसिक रूप से अस्थिर” थे. उन्होंने उन्हें अक्सर बिना किसी भाव-भंगिमा के घर में घूमते हुए देखा था. उन्होंने आरोप लगाया कि समाज के डर और बेटी की स्वतंत्रता से जुड़ी असुरक्षा की भावना ने इस त्रासदी को जन्म दिया.

[SAMACHAR]

Source link

Related Posts

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *