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Iran Israel News: मिडिल ईस्ट में जारी जंग के बीच ईरान की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. ईरान के भीतर ही कई ऐसे लोग हैं जो खुलकर इजरायल का समर्थन कर रहे हैं. ईरान की सत्ता पर राज करने वाले ईरान के पूर्व राजा के बेटे ने सर्वोच्च नेता अली खामेनेई के खिलाफ हुंकार भर दी है. ईरान के उस शख्स का नाम है रजा शाह पहलवी, जिनका खानदान 1979 तक ईरान पर राज करता था. अब उसी खानदान ने खामेनेई के खिलाफ हुंकार भरी है.
‘ईरान की सत्ता बदलने का समय आ गया’
रजा शाह पहलवी ने बीबीसी से बात करते हुए कहा, “ईरान की सत्ता बदलने का समय आ गया है. हमारा समय आ गया है. ये युद्ध ईरान के लोगों का नहीं, बल्कि खामेनेई का है. युद्ध का अंत कुछ भी हो सकता है, जो सरकार को कमजोर करेगा. 40 से ज्यादा सालों से मैं एक ही चीज ईरान में लोकतंत्र के लिए लड़ रहा हूं.” उन्होंने एक्स पर वीडियो मैसेज जारी करते हुए कहा दुनिया से ईरान पर सरकार पलटने की मांग की है.
‘इजरायल के हमले का मकसद चोट पहुंचाना नहीं’
शाह पहलवी ने कहा कि इजरायल के हमले का मकसद ईरान की जनता को चोट पहुंचाना नहीं है, बल्कि इसका उद्देश्य सरकार के खतरे को बेअसर करना था. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इजरायली हमलों से ईरान का मौजूदा प्रशासन कमजोर होता है तो फिर ईरान में बदलाव के द्वार खुल जाएंगे.
इजरायल और ईरान के बीच जारी जंग ने अब भयानक रूप ले लिया है, जिस वजह से भारत और अमेरिका सहित कई देशों ने अपने नागरिकों को वहां से निकलने के लिए कहा है. इस सब के बीच इजरायली सेना लगातार पश्चिमी तेहरान पर हमला कर रही है. वहीं ईरान ने मंगलवार (17 जून ) को तेल अवीव में इजराइल की खुफिया एजेंसी मोसाद के हेडक्वार्टर पर हवाई हमला किया.
इजरायल ने खामेनेई के करीबी को मारा
इजरायली एयरस्ट्राइक में ईरान के टॉप सैन्य अधिकारी मेजर जनरल अली शादमानी की मौत हो गई. शादमानी ईरान की खतम-अल-अनबिया हेडक्वार्टर्स यानी सैन्य आपात कमान के प्रमुख थे. वे अली खामेनेई के करीबी भी थे.
इस्लामी क्रांति के बाद बदल गई ईरान की राजनीति
साल 1979 को ईरान में इस्लामी क्रांति हुई. अली खामेनेई ने इस क्रांति को हवा दी थी. इस क्रांति ने ईरान का धार्मिक-राजानीतिक को पूरी तरह से बदल दिया और तब से वहां धार्मिक कट्टरता बढ़ती गई. इस क्रांति के बाद ईरान की सत्ता पर 26 साल से राज कर रहे शाह मोहम्मद रजा पहलवी को उनके पद से हटा दिया गया. उन्हें अपनी जान बचाने के लिए मिस्र भागने के लिए मजबूर होना पड़ा.
[SAMACHAR]
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