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श्रद्धांजलि सभा में बोले वक्ता, अंगिका के योद्धा थे कैलाश ठाकुर

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– साहित्य आंगन शब्दों की दुनिया की ओर से अंगिका व अंग के लिए वरीय आंदोलन कर्मी कैलाश ठाकुर के निधन पर हुई श्रद्धांजलि सभा

वरीय संवाददाता, भागलपुर

साहित्य आंगन शब्दों की दुनिया की ओर से बुधवार को कला केंद्र में अंगिका भाषा व अंग क्षेत्र के हक को लेकर संघर्ष करने वाले वरीय आंदोलन कर्मी कैलाश ठाकुर के निधन पर श्रद्धांजलि सभा हुई. पीरपैंती मलिकपुर निवासी वाणिज्य कर संयुक्त आयुक्त रहे कैलाश ठाकुर को श्रद्धांजलि देते हुए टेक्नो मिशन इंटरनेशनल स्कूल के निदेशक ई अंशु सिंह ने कहा कि कैलाश ठाकुर अंगिका के योद्धा थे. निडर थे, कहीं भी सच बोलने से नहीं घबराते थे. वरिष्ठ छायाकार शशिशंकर ने कहा कि लोगों के लिए अच्छे कार्य करना उनकी फितरत थी. शायर एकराम हुसैन शाद ने कहा कि एक सुलझे हुए पर्यावरण प्रेमी थे. प्रो अंजनी कुमार सुमन ने कहा कि वे अस्वस्थ रहने के बाद भी हमेशा युवाओं की क्षमता से आगे थे.

अनजाने व्यक्ति से भी आत्मीयता से मिलते थे कैलाश ठाकुर

स्नातकोत्तर हिंदी विभाग के प्राध्यापक डॉ मनजीत सिंह किनवार ने कहा कि कैलाश ठाकुर केवल सकारात्मक बातें किया करते थे. युवाओं को उन्होंने हमेशा प्रेरित करने का काम किया. अखिल भारतीय अंगिका साहित्य कला मंच के राष्ट्रीय महासचिव सुधीर कुमार सिंह प्रोग्रामर ने कहा कि उनका जाना अंगिका के आंदोलनकर्मियों के लिए अपूरणीय क्षति है. डॉ कृष्णा सिंह ने कहा कि वे अनजाने व्यक्ति से भी आत्मीयता से मिलते थे. कार्यक्रम के संयोजक कुमार गौरव ने कहा कि अंगिका विभाग में मूलभूत समस्याओं के लिए वे हमेशा चिंतित रहते थे. मौके पर डॉ उलूपी झा, युवा गीतकार पूर्णेंदु चौधरी, ग़ज़लगो मिथिलेश आनंद, संगीतकार सूरज भारती, प्रसिद्ध ग़ज़लगो भानु झा, गांधीवादी चिंतक सुधीर कुमार मंडल, नील राज, प्रीतम विश्वकर्मा कबीयाठ सच्चिदानंद किरण, ई अजीत कुमार सिंह आदि उपस्थित थे.

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[SAMACHAR]

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