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Turkey Indonesia Defence Deal: तुर्किए ने दुनिया के सबसे बड़े मुस्लिम देश इंडोनेशिया के साथ डिफेंस डील किया है. रेसेप तैयप एर्दोगन ने बुधवार (11 जून 2025) को एक्स पर पोस्ट कर इंडोनेशिया को 48 कान (KAAN) फाइटर जेट्स देने का ऐलान किया है. यह तुर्किए का पहला कॉम्बैट एयरक्राफ्ट है, जिसने पिछले साल पहली बार उड़ान भरी थी.
तुर्किए के इतिहास की सबसे बड़ी डिफेंस डील
तुर्किए अपने इस फाइटर जेट की तुलना अमेरिका के F-16 जेट से करता है. एर्दोगन ने इस डील को लेकर बताया कि इस फाइटर जेट के प्रोडक्शन में इंडोनेशिया की स्थानीय क्षमताओं का भी उपयोग किया जाएगा. उन्होंने कहा कि मुझे उम्मीद है कि ये समझौता तुर्किए और इंडोनेशिया के लिए फायदेमंद साबित होगा. यह 10 बिलियन डॉलर का समझौता है जो तुर्किए के इतिहास में सबसे बड़े रक्षा अनुबंधों में से एक है.
पिछले साल उड़ान भड़ी थी KAAN फाइटर जेट
एर्दोगन ने इस डील को लेकर कहा, “मैं उन सभी कंपनियों की निरंतर सफलता की कामना करता हूं, जिन्हें हमने अपने रक्षा उद्योग को और मजबूत करने के लिए हर प्रकार का सहयोग दिया है.” तुर्किए एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज (TAI) की ओर ने बनाए गए इस विमान ने पिछले साल 230 नॉट और 8000 फीट की स्पीड से अपनी पहली उड़ान भरी थी.
तुर्किए के लिए ये डिफेंस डील बड़ी बात है क्योंकि पिछले महीने भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत तुर्किए के हथियारों की दुनियाभर में पोल खोल दी थी. ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारत ने पाकिस्तान में घुसकर आतंकी ठिकानों को ध्वस्त किया था. जिसके जवाब में पाकिस्तान ने तुर्किए के ड्रोन से भारत के सैन्य ठिकानों पर हमला करने की नाकाम कोशिश की थी.
चीन ने J-10 फाइटर जेट किया था ऑफर
भारत ने आसमान में ही तुर्किए के सभी ड्रोन को तबाह कर दिया, जिसके बाद दुनियाभर में एर्दोगन के डिफेंस इंडस्ट्रीज की पोल खुल गई थी. इंडोनेशिया इससे पहले फ्रांस से राफेल जेट भी खरीद चुका है. इससे पहले इंडोनेशिया के रिटायर एयर मार्शल डोनी इरमावन तौफांटो ने दावा किया कि चीन ने उन्हें जे-10 फाइटर जेट का ऑफर दिया है. उन्होंने कहा कि चीन ने हमें न केवल जे-10 फाइटर जेट नहीं बल्कि हथियार और युद्धपोत देने का भी ऑफर दिया है.
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[SAMACHAR]
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