[NEWS]
संवाददाता, पटना बिहार कृषि विश्वविद्यालय, सबौर को राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (एनएएसी) द्वारा प्रथम मूल्यांकन चक्र में 3.08 अंक के साथ ‘ए’ ग्रेड प्रदान किया गया है. यह ग्रेड छह जून, 2025 से अगले पांच वर्षों तक प्रभावी रहेगा. एनएएसी की मूल्यांकन समिति ने 28 से 30 मई तक विश्वविद्यालय का दौरा कर शिक्षण व्यवस्था, आधारभूत संरचना, प्रशासन, अनुसंधान व विस्तार कार्यों का मूल्यांकन किया. छात्रों से मिले फीडबैक में विश्वविद्यालय को 92.5 प्रतिशत संतुष्टि प्राप्त हुई. छात्रों ने शिक्षकों के मार्गदर्शन, छात्रावास, पुस्तकालय और परिसर की सुविधाओं को उत्कृष्ट बताया. अनुसंधान क्षेत्र में विश्वविद्यालय ने महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है. कुल 78 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाएं चल रही हैं, जिनमें जलवायु अनुकूल खेती, टिकाऊ कृषि, मृदा स्वास्थ्य और नयी प्रौद्योगिकियों पर कार्य हो रहा है. विश्वविद्यालय द्वारा आरंभ की गई ‘सबागरी’ पहल के तहत कृषि क्षेत्र में नवाचार, युवाओं को स्वरोजगार और समाधान-आधारित सोच को बढ़ावा दिया गया है.डिजिटल शिक्षा के क्षेत्र में भी विश्वविद्यालय ने उल्लेखनीय प्रगति की है. स्मार्ट कक्षा, इ-पाठन, वीडियो वार्ता, डिजिटल पुस्तकालय जैसी सुविधाएं चालू की गयी हैं. शासन प्रणाली में पारदर्शिता, जवाबदेही और वित्तीय अनुशासन को बनाए रखने के लिए विश्वविद्यालय ने आंतरिक लेखा प्रणाली और गुणवत्ता निगरानी व्यवस्था को सुदृढ़ किया है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
[SAMACHAR]
Source link