[NEWS]
Kiran Bedi on B Dayananda Suspension: बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम में हुई भगदड़ मामले को लेकर पूर्व आईपीएस अधिकारी किरण बेदी ने शनिवार (7 जून, 2025) को कहा कि पुलिस आयुक्त बी दयानंद का निलंबन तर्कसंगत और न्यायोचित नहीं है. उन्होंने पुलिस एसोसिएशन की ओर से इस कार्रवाई की कड़ी निंदा की है.
एनडीटीवी से बातचीत में बेदी ने कहा कि कानून और व्यवस्था का हर मामला अनोखा होता है. हमें किसी ऐसे व्यक्ति की जरूरत है जो इस पूरे मामले को लेकर बता सके समझा सके, उसे सुना जाना चाहिए. उन्होंने सवाल पूछते हुए कहा कि क्या आयुक्त ने सभी को अनदेखा किया? आप सिर्फ कमिश्नर पर ही कैसे सवाल उठा सकते हैं? ये गलत है, उन्होंने अलग होकर काम नहीं किया है.
‘ये निलंबन आदेश दूध से मक्खी निकाल फेंकने की तरह’
किरण बेदी ने कहा, ‘कोई भी निलंबन जो तर्कसंगत, न्यायोचित या स्पष्ट न हो, वो पूरी पुलिस फोर्स का मनोबल गिराने वाला होता है. ये निलंबन आदेश दूध से मक्खी निकाल फेंकने की तरह है. आपको यह पता लगाने की जरूरत है कि कहीं मक्खियों का झुंड तो नहीं है.’
पूर्व आईपीएस अधिकारी ने कहा कि बेंगलुरु के लोगों को यह भी नहीं पता कि स्टेडियम के बाहर जमा भीड़ को नियंत्रित करने में किसने क्या भूमिका निभाई. उन्होंने कहा कि बी दयानंद ने अकेले काम नहीं किया, इसमें पूरा मुख्यालय, सचिवालय और राजनीतिक नेतृत्व शामिल था.
‘मुख्यमंत्री के राजनीतिक सचिव गोविंदराज बर्खास्त’
चिन्नास्वामी स्टेडियम के गेट पर बीते दिनों हुई भगदड़ में 11 लोगों की मौत हो गई और 50 से अधिक लोग घायल हुए. यह भगदड़ तब मची, जब बड़ी संख्या में लोग रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) की आईपीएल में हुई ऐतिकासिक जीत का जश्न मनाने के लिए उमड़े थे. इस घटना को लेकर सरकार ने दयानंद को कथित रूप से कर्तव्यहीनता के लिए निलंबित कर दिया और उनकी जगह सीमांत कुमार सिंह को नियुक्त किया गया.
इस मामले को लेकर मंगलुरु के पुलिस आयुक्त अनुपम अग्रवाल का तबादला हुआ और उनकी जगह सुधीर कुमार रेड्डी को नियुक्त किया गया. इसके अलावा मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के राजनीतिक सचिव गोविंदराज को बर्खास्त किया गया और खुफिया विभाग के प्रमुख हेमंत निंबालकर का तबादला कर दिया गया.
ये भी पढ़ें:
मोदी सरकार के 11 साल होने पर BJP का मेगा प्लान तैयार, हर राज्य में इन नेताओं को मिली जिम्मेदारी..
[SAMACHAR]
Source link