[NEWS]
इमेज स्रोत, @modgovksa/X
3 घंटे पहले
सऊदी अरब के रक्षा मंत्रालय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर मुसलमानों के सबसे पवित्र शहर मक्का में ज़मीन से हवा में मार करने वाले मिसाइल डिफ़ेंस सिस्टम और मस्जिद अल-हराम (काबा) की एक सैन्य हेलीकॉप्टर से निगरानी करते हुए कुछ तस्वीरें पोस्ट की हैं.
सऊदी रक्षा मंत्रालय ने इन तस्वीरों को शेयर करते हुए लिखा, “एयर डिफ़ेंस फ़ोर्सेज़… वह आंख जो कभी पलक नहीं झपकाती और उनका मिशन ख़ुदा के मेहमानों की हिफ़ाज़त करना है.”
दूसरी पोस्ट में एक सैन्य हेलीकॉप्टर को मस्जिद अल-हराम और उसके चारों तरफ़ के इलाक़े की निगरानी करते दिख रहा है.
इस साल लगभग साढ़े बारह लाख लोग यहां हज का फ़र्ज़ अदा करने के लिए जमा हुए हैं.
सऊदी रक्षा मंत्रालय की ओर से शेयर की जाने वाली यह तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हैं और सोशल मीडिया यूज़र्स यह सवाल पूछ रहे हैं कि हज के दौरान सऊदी सरकार को यह हवाई रक्षा प्रणाली लगाने की ज़रूरत क्यों पड़ी?
कुछ हलक़ों में यह बहस भी हो रही है कि क्या सऊदी अरब ने हज के मौके पर मक्का में यह डिफ़ेंस सिस्टम यमन के हूती लड़ाकों के संभावित हमले से बचाव के लिए लगाया है.
सऊदी अरब के नेतृत्व में हूतियों के ख़िलाफ़ फ़ौजी कार्रवाइयां शुरू होने के बाद से हूती लड़ाकों ने कई बार सऊदी अरब के शहरों को मिसाइल से निशाना बनाने का दावा किया है.
दूसरी तरफ़ सऊदी अरब अतीत में हूतियों पर मक्का पर भी मिसाइल से हमला करने का आरोप लगाता रहा है. हालांकि, हूतियों ने मुसलमानों के सबसे पवित्र शहर पर हमले के आरोपों का खंडन किया है.
सऊदी अरब के प्रशासन का क्या कहना है?
इमेज स्रोत, X/@modgovksa
सऊदी अरब की मीडिया के अनुसार सऊदी अरब ने हज यात्रियों की सुरक्षा के लिए मक्का के चारों तरफ़ ज़मीन से हवा में मार करने वाले अमेरिकी पेट्रियट मिसाइल सिस्टम को तैनात किया है.
सऊदी अरब की सरकारी समाचार एजेंसी सऊदी प्रेस एजेंसी के अनुसार गृह मंत्रालय ने इस सप्ताह हज के मौक़े पर तीर्थ यात्रियों की सुरक्षा और बेहतर व्यवस्था की जानकारी देने के लिए एक प्रेस कॉन्फ़्रेंस की. इसमें बड़े सुरक्षा अधिकारियों ने हज के दौरान सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए किए गए उपायों के बारे में बताया.
इस प्रेस कॉन्फ़्रेंस में सऊदी अरब के पब्लिक सिक्योरिटी डायरेक्टर लेफ़्टिनेंट जनरल मोहम्मद अल-बसामी ने मीडिया को बताया था कि हज यात्रियों के लिए सुरक्षित और सुव्यवस्थित माहौल की सुविधा देने के लिए सऊदी अरब दृढ़ संकल्पित है और इसके लिए संयुक्त सुरक्षा प्रणाली तैयार की गई है.
इसके तहत सुरक्षा, शांति व्यवस्था, क्राउड मैनेजमेंट, ट्रैफ़िक और इमरजेंसी की स्थिति से निपटने के लिए की गई व्यवस्थाएं शामिल हैं. इनका मक़सद मक्का और मदीना में हज के दौरान तीर्थ यात्रियों को बेहतर से बेहतर सुविधा देना है.
उनका कहना था कि इस दौरान हज यात्रियों की सुरक्षा और किसी भी इमरजेंसी की हालत में मदद पहुंचाने के लिए ड्रोन्स से भी निगरानी की जा रही है, जबकि हज यात्रियों की पांच हज़ार कैमरों की मदद से निगरानी की जा रही है.
इमेज स्रोत, X/@modgovksa
सऊदी प्रेस एजेंसी के अनुसार सऊदी एयर फ़ोर्स भी हज के दौरान सुरक्षा और इमरजेंसी की हालत से निपटने के लिए व्यापक व्यवस्था में हिस्सा ले रही है.
सरकारी समाचार एजेंसी के अनुसार सऊदी वायु सेना पवित्र स्थलों को सुरक्षित बनाने के लिए हवाई सीमाओं की निगरानी और एयर ट्रैफ़िक की व्यवस्था संभालने समेत ज़मीन पर मौजूद दूसरी सेनाओं को लॉजिस्टिक मदद दे रही है.
पिछले साल हज के दौरान व्यवस्था की गड़बड़ियों, सुविधाओं की कमी और तेज़ गर्मी की वजह से कई हज यात्रियों की जान चली जाने की रिपोर्ट सामने आई थी.
पेट्रियट मिसाइल सिस्टम क्या है?
इमेज स्रोत, X/@modgovksa
सऊदी अरब के रक्षा मंत्रालय की ओर से शेयर की गई तस्वीरों में दिखाई देने वाला डिफ़ेंस मिसाइल सिस्टम पेट्रियट एमआईएम 104 है. यह मिसाइल और विमान भेदी सुरक्षा व्यवस्था है. इसे अमेरिकन कंपनी रेथियॉन और लॉकहीड मार्टिन ने तैयार किया है.
एमआईएम पेट्रियट 104 लंबी दूरी तक मार करने वाला मिसाइल सिस्टम है जो जहाज़ों, क्रूज़ मिसाइल और बैलिस्टिक मिसाइल समेत अलग-अलग तरह के हवाई ख़तरों को रोकने के लिए डिज़ाइन किया गया है.
यह अपने आधुनिक रडार के लिए जाना जाता है जिसमें एक साथ कई लक्ष्यों को ट्रैक करने और उनको नष्ट करने की क्षमता शामिल है. यह मिसाइल सिस्टम बिल्कुल थोड़े समय में ऑपरेशनल होने के साथ-साथ इलेक्ट्रॉनिक जैमिंग को रोकने की क्षमता भी रखता है.
नेटो के अनुसार यह डिफ़ेंस मिसाइल सिस्टम 150 किलोमीटर से अधिक दूरी पर अपने टारगेट को पूरी महारत के साथ तलाश करके निशाना बनाने की क्षमता रखता है. इस रक्षा प्रणाली को पहली बार अमेरिकी सेना में अस्सी के दशक में शामिल किया गया था. इसके बाद से इसमें लगातार सुधार किया जाता रहा है.
दुनिया की कई डिफ़ेंस मैग़ज़ीन इस मिसाइल सिस्टम को दस शीर्ष आधुनिक रक्षा प्रणाली में शामिल करती हैं.
इस मिसाइल सिस्टम ने 1990 के दशक की शुरुआत में इराक-कुवैत जंग में अच्छा प्रदर्शन करते हुए सैन्य विशेषज्ञों का ध्यान खींचा था.
इस मिसाइल सिस्टम को बनाने वाली अमेरिकी कंपनी रेथियॉन की वेबसाइट के अनुसार यह एक ऐसा मिसाइल डिफ़ेंस सिस्टम है जिसमें रडार, कमांड ऐंड कंट्रोल टेक्नोलॉजी और कई तरह के इंटरसेप्टर्स शामिल हैं. यह टैक्टिकल बैलिस्टिक मिसाइल, क्रूज़ मिसाइल, ड्रोन्स, आधुनिक विमानों और दूसरे ख़तरों का पता लगाने, उनकी पहचान करने और उन्हें नष्ट करने की क्षमता रखता है.
कंपनी की वेबसाइट के अनुसार जनवरी 2015 से अब तक पेट्रियट मिसाइल डिफ़ेंस सिस्टम ने दुनिया भर में युद्ध की कार्रवाइयों में डेढ़ सौ से अधिक बैलिस्टिक मिसाइल को हवा में नष्ट किया है. अमेरिका समेत दुनिया के 19 देश के पास यह डिफ़ेंस सिस्टम मौजूद है.
बीबीसी के लिए कलेक्टिव न्यूज़रूम की ओर से प्रकाशित
[SAMACHAR]
Source link