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Asaduddin Owaisi Statement: सऊदी अरब और अन्य देशों का दौरा करने वाले सांसदों के प्रतिनिधिमंडल में शामिल असदुद्दीन ओवैसी ने बुधवार (4 जून) को कहा कि समूह ने अपने मेजबान देशों के समक्ष पाकिस्तान की तरफ से आतंकवाद को समर्थन दिए जाने के खिलाफ भारत का पक्ष प्रभावी ढंग से पेश किया. ‘ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन’ (AIMIM) के अध्यक्ष ओवैसी ने प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करने वाले भाजपा सांसद बैजयंत पांडा की भारत की स्थिति को बहुत स्पष्ट और मजबूती से व्यक्त करने के लिए प्रशंसा की.
उन्होंने कहा कि प्रतिनिधिमंडल के सभी सदस्यों ने अपनी जिम्मेदारियों को प्रभावी ढंग से पूरा किया. इस बीच उन्होंने एक टीवी चैनल से बात करते हुए कहा, ये मेरे लिए सौभाग्य की बात है कि मुझे देश की तरफ से 4 देशों में बोलने का मौका मिला, जहां हमने पाकिस्तान के असली चेहरों को एक्सपोज किया. औवेसी ने कहा कि पाकिस्तान जिस तरह के मुस्लिम कार्ड खेलता है, उसका भी हमने जवाब दिया. मैंने कहा कि हमारे देश में 40 करोड़ मुस्लिम रहते हैं.
इंटरव्यू के दौरान ओवैसी से जब पूछा गया कि आपकी छवि पूरी तरह से बदल गई है. ऐसा पहली बार देखने को मिला कि देश के केंद्रीय मंत्री किरन रिजिजू ने आपका वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट किया. इसके अलावा देश में आपकी काफी चर्चा हो रही थी, जिस तरह से आपने देश की बात को रखा उसकी तारीफ हो रही थी. आपके भाषण देशभर में वायरल हो रहे थे, जो लोग आपके कट्टर विरोधी भी रहे हैं उन्होंने भी आपकी बातों पर सहमति दिखाई और तारीफ की. इस पर AIMIM चीफ ने मजाकिया लहजे में कहा कि मैं तो बता रहा हूं मेरा हाल लैला की तरह है, जब जिसका दिल आया अपना इस्तेमाल कर लिया.
आतंकवाद फैलाने में पाकिस्तान की भूमिका
हैदराबाद के सांसद ने एक अन्य इंटरव्यू में कहा कि हमने भारत का पक्ष मजबूती से रखा और प्रत्येक देश में अपने समकक्षों और प्रमुख नेतृत्व को भारत में आतंकवाद फैलाने में पाकिस्तान की भूमिका के बारे में जानकारी दी. हमने पाकिस्तान की संलिप्तता वाली कई घटनाओं को उजागर किया, जिसके कारण निर्दोष लोगों की जान गई, जिनमें पहलगाम हमला सबसे महत्वपूर्ण था. कुल मिलाकर, यह एक सामूहिक प्रयास था. सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल ने पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद के खिलाफ भारत के कड़े रुख से अवगत कराने के लिए सऊदी अरब, अल्जीरिया, बहरीन और कुवैत का दौरा किया था.
आतंकवाद के खिलाफ भारत का मजबूती से पक्ष रखा
ओवैसी ने कहा कि मेजबान देशों को यह भी बताया गया कि हमले की जिम्मेदारी लेने वाला ईमेल पाकिस्तान के दो स्थानों से भेजे गए थे. प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि विश्व शांति सुनिश्चित करने के लिए पाकिस्तान को वित्तीय कार्रवाई कार्यबल (एफएटीएफ) की ग्रे सूची में फिर से शामिल किया जाए. उन्होंने आशा व्यक्त की कि सांसदों के प्रतिनिधिमंडल के दौरे से कुछ अच्छे परिणाम सामने आएंगे.
[SAMACHAR]
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