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Mangal Gochar 2025 in leo Mars transit Will play role of enhancing Russia Ukraine war

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Mangal Gochar 2025: 7 जून 2025 से मंगल जब सिंह राशि में प्रवेश करेगा, तो युद्ध की प्रकृति और भी उग्र होती नजर आएगी. यह गोचर तब और भी विस्फोटक रूप लेगा जब उसी राशि में पहले से मौजूद केतु से मंगल की युति बनेगी. सिंह राशि, जो सत्ता, साहस और आक्रामक नेतृत्व की प्रतीक है जब उसमें मंगल-केतु मिलते हैं तो स्थिति भयानक हो सकती है. यह गोचर यूक्रेन की राष्ट्र कुंडली के अष्टम भाव में घटित हो रहा है, जो अशांति, दुर्घटनाओं, षड्यंत्र और हिंसक हमलों से जुड़ा होता है.

यूक्रेन की कुंडली: संघर्ष और छाया युद्ध

यूक्रेन की स्वतंत्रता की कुंडली (24 अगस्त 1991, 18:00) मकर लग्न की है. इसमें लग्न में शनि और चंद्रमा की युति जनता के निरंतर दबाव और राजनीतिक अस्थिरता को दर्शाती है. अष्टम भाव में सूर्य, बुध, बृहस्पति और शुक्र की युति देश के लिए बार-बार उथल-पुथल, वैश्विक हस्तक्षेप और नेतृत्व संकट को जन्म देती है. द्वादश भाव में स्थित राहु गुप्त विदेशी शक्तियों की सक्रियता की ओर इशारा करता है.

महादशा का मनोवैज्ञानिक युद्ध: बृहस्पति–चंद्रमा (अप्रैल 2026 तक)

इस समय यूक्रेन बृहस्पति महादशा और चंद्रमा की अंतर्दशा में है. बृहस्पति अष्टम में स्थित है और लग्न में शनि का साथ चन्द्रमा है. यह दशा परिवर्तन, भारी जनपीड़ा और छिपे राजनीतिक समीकरणों का संकेत देता है. वहीं, चंद्रमा जो लग्न में है और शनि से युत है, वह जनता के मानसिक संतुलन, डर और थकान को दर्शाता है. इस काल में नेतृत्व को जन समर्थन का संकट झेलना पड़ सकता है. यह समय यूक्रेनी जनता के लिए मानसिक थकावट, राजनीतिक अविश्वास और युद्ध से उपजी असहायता की स्थिति लाता है.

छद्म युद्ध की आहट: क्या होगा जून–अगस्त 2025 में

मंगल-केतु की युति यूक्रेन के अष्टम भाव में यह निश्चित रूप से छिपे हुए हमलों, गुप्त रणनीतियों और अचानक होने वाले गंभीर हमलों की चेतावनी देती है. युद्ध की गति धीमी नहीं होगी, बल्कि सामरिक स्तर पर रूस और अधिक आक्रामक हो सकता है. हालांकि परमाणु युद्ध की संभावनाएं इस गोचर में नहीं बनती. लेकिन भारी हवाई हमले, बम विस्फोट और सामरिक चौंक का पूरा योग मौजूद है.

नेतृत्व पर ग्रहों का घेराव: क्या टिक पाएंगे ज़ेलेन्सकी?

राष्ट्रपति जेलेंस्की (Volodymyr Zelenskyy) जुलाई 2025 तक स्थिति पर नियंत्रण बनाए रखेंगे, लेकिन इसके बाद की ग्रह स्थिति इस ओर संकेत करती है कि उनका राजनीतिक प्रभाव धीरे-धीरे कम होता जाएगा. जनता का असंतोष बढ़ेगा और साथ-साथ अपने ही नेतृत्व से निराश हो सकती है. जेलेंस्की के हाथ से साम्राज्य फिसलता हुआ प्रतीत होता है. चतुर्थेश मंगल का अष्टम में केतु से पीड़ित होना, देश की स्थिरता, जमीन और आत्मबल को चोट पहुंचाने वाला है.

निष्कर्ष: थमेगा नहीं युद्ध, बढ़ेगा मानसिक और राजनीतिक दबाव

अप्रैल 2026 तक युद्ध के निर्णायक अंत की संभावना नहीं दिखती है. युद्ध की प्रकृति और अधिक मानसिक और सामरिक दबावपूर्ण हो जाएगी. यूक्रेन को गंभीर सामरिक, राजनीतिक और आंतरिक चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा. जनता का मनोबल, नेतृत्व में विश्वास और वैश्विक सहायता तीनों घटते दिख रहे हैं. चंद्रमा की अंतर्दशा के बाद, संभव है कि सितंबर 2026 से कोई नया मोड़ आए, लेकिन तब तक युद्ध की यह लहर थमती नहीं दिख रही है.

[SAMACHAR]

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