[NEWS]
Uddhav Thackeray on Operation Sindoor: ऑपरेशन सिंदूर की कामयाबी पर बीजेपी अलग-अलग राज्यों में ‘तिरंगा यात्रा’ निकाल रही है, जिसपर उद्धव ठाकरे गुट ने निशाना साधा है. शिवसेना यूबीटी के मुखपत्र ‘सामना’ संपादकीय में बीजेपी की तिरंगा यात्रा पर निशाना साधते हुए लिखा गया है, “बीजेपी के मौजूदा नेता एक जटिल नाटक हैं, जो ऑपरेशन सिंदूर से राजनीतिक लाभ लेने की कोशिश कर रहे हैं.”
इतना ही नहीं, संपादकीय में सवाल उठाया गया है कि क्या ऑपरेशन सिंदूर पूरा हो गया है? व्यापार रोकने की धमकी देने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इसे कैसे रोक दिया? मुखपत्र में कहा गया है कि बीजेपी उन परिवारों के दुखों पर नमक छिड़क रही है, जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है.
‘बीजेपी का नाटक घिनौना’- सामना संपादकीय
उद्धव ठाकरे गुट का कहना है कि बीजेपी को अपनी यात्रा में ट्रंप के झंडे और पोस्टर लगाने चाहिए. संपादकीय में लिखा है, “बीजेपी ने जो नाटक किया है, वह भयानक और घिनौना है.”
संपादकीय में अमित शाह पर निशाना साधते हुए कहा गया है कि पीएम मोदी को सबसे पहले निष्क्रिय गृह मंत्री को हटाना चाहिए था और फिर उन्हें 12 घंटे तक बिना कैमरे के केदारनाथ गुफा में जाकर आत्मनिरीक्षण करना चाहिए था कि क्या ऑपरेशन सिंदूर वास्तव में सफल रहा?
संपादकीय में 5 सवाल उठाए गए हैं-
– पहलगाम हमला भारतीय क्षेत्र में हुआ. क्या देश के गृह मंत्री को इसकी जिम्मेदारी नहीं लेनी चाहिए?
– अगर गृह मंत्री अमित शाह ने 26 हत्याओं में अपनी गलती स्वीकार की है, तो उन्हें बर्खास्त क्यों नहीं किया जाना चाहिए?
– पहलगाम हमले में शामिल पांच-छह आतंकवादियों का पता नहीं चल पाया है, वे कहां चले गए?
– भारत ने 11 पाकिस्तानी सैनिकों को मार गिराया. क्या पहलगाम के इन अपराधियों को बदले में नहीं मारा जाना चाहिए?
– यह जिम्मेदारी पूरी तरह से अमित शाह की है, वे सज्जन अभी कहां हैं?
‘पाकिस्तान में जीत का जश्न क्यों?’
उद्धव ठाकरे ने सामना में लिखा है, “कहा जाता था कि भारत पाकिस्तान को ऐसा करारा झटका देने जा रहा है कि पाकिस्तान फिर कभी जमीन से उठ नहीं पाएगा. आज पाकिस्तान में युद्ध की जीत का जश्न किस आधार पर मनाया जा रहा है? क्या यह युद्ध पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर पर कब्जा करने के लिए था? तो भारत को ‘पीओके’ का कितना इंच हिस्सा मिला?”
‘ट्रंप की गुलामी स्वीकार कर ली’
सामना में लिखा गया, “अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने वाशिंगटन से घोषणा की कि उन्होंने भारत-पाकिस्तान युद्ध रोक दिया है. यह एक संप्रभु राष्ट्र पर हमला है. क्या भारत के 56 इंच के सीने पर पिन चुभाना और उसकी हवा निकाल देना प्रधानमंत्री मोदी को स्वीकार्य है? भारत ने पाकिस्तान को सबक नहीं सिखाया. इसके बजाय, उसने डोनाल्ड ट्रंप की गुलामी स्वीकार कर ली.”
[SAMACHAR]
Source link