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भारत और पाकिस्तान के बीच चल रहे तनाव के बीच आज तीन दिन बाद दोनों देशों के बीच सीजफायर की घोषणा की गई थी. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पाकिस्तान के DGMO की तरफ से भारत के महानिदेशक मिलिट्री ऑपरेशन को सीजफायर के लिए कॉल किया गया था. उम्मीद जताई जा रही है कि सीजफायर के बाद पाकिस्तान की तरफ से कोई भी हरकत नहीं की जाएगी और सीमा से सटे इलाकों में रहने वाले लोगों को राहत मिलेगी. भारत और पाकिस्तान के बीच चल रहे इस युद्ध पर पूरी दुनिया के साथ भारत के पड़ोसी देश की भी नजर है जिसमें चीन, पाकिस्तान के साथ खड़ा है लेकिन हम आपको बताते हैं कि नेपाल-बांग्लादेश से लेकर मालदीव-श्रीलंका तक कौन सा देश किसके पक्ष में खड़ा रह सकता है.
नेपाल
नेपाल ने आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई में भारत का समर्थन किया है. नेपाल की विदेश मंत्रालय की तरफ से कहा गया है कि नेपाल दुख की इस घड़ी में भारत के साथ खड़ा है.नेपाल की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि नेपाल बर्बर आतंकी हमले की निंदा करता है और वह हर तरह के आतंकवाद के खिलाफ खड़ा है उसका जवाब दिया जाना चाहिए. साथ ही नेपाल ने भारत और पाकिस्तान के बीच चल रहे तनाव के जल्द खत्म होने की उम्मीद जताई है.
बांग्लादेश
शेख हसीना के सत्ता छोड़ने के बाद बांग्लादेश का रूख भारत के खिलाफ हुआ है. मोहम्मद यूनुस की अंतरिम सरकार पाकिस्तान के साथ रिश्ते सुधारने में जुटी हुई है. भारत ने जिस बांग्लादेश को पाकिस्तान से आजाद कराया था आज उसी बांग्लादेश में भारत के खिलाफ काफी आवाजें उठती हैं बांग्लादेश में भारत के नॉर्थ-ईस्ट को तोड़ने की बात भी लोग करते रहते हैं. बांग्लादेश में अभी वहां की जनता और सरकार की सहानुभूति पाकिस्तान के प्रति ज्यादा है.
मालदीव
मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू भारत के खिलाफ जहर उगल कर सत्ता में आए थे. उनकी सरकार के मंत्री प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ बयान भी दे चुके हैं. हालांकि, भारत ने
पिछले साल मालदीव की मदद की है जिसके बाद भारत विरोधी नारे देकर सत्ता में आए राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू के रूख बदले बदले से हैं हालांकि इनका रूख कब तक कैसा रहेगा इसके बारे में कुछ कहा नहीं जा सकता. राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू का झुकाव चीन की तरफ ज्यादा है. मालदीव भारत और पाकिस्तान के मुद्दे पर तटस्थ रह सकता है.
श्रीलंका
भारत और श्रीलंका के रिश्तों में पिछले कुछ समय से उतर-चढ़ाव देखने को मिले हैं. दोनों देशों का एक काफी पुराना सांस्कृतिक और ऐतिहासिक पृष्ठभूमि है. हर साल भारत से बड़ी संख्या में लोग श्रीलंका घूमने जाते हैं और श्रीलंका में पैदा हुए आर्थिक संकट के दौरान भारत ने श्रीलंका की काफी मदद की थी. भारत और पाकिस्तान के बीच चल रहे तनाव पर श्रीलंका तटस्थता का रहने वाला है.
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[SAMACHAR]
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