Close

राजगंज डिग्री कॉलेज में शैक्षणिक अराजकता समाप्त करने एकजुट हुए पंचायत प्रतिनिधि

[NEWS]

राजगंज डिग्री कॉलेज में जारी प्रशासनिक गतिरोध और शैक्षणिक अराजकता के खिलाफ अब जनप्रतिनिधियों ने मोर्चा खोल दिया है. शनिवार को धावाचिता, राजगंज, बागदाहा, महेशपुर, गोविंदाडीह और दलूडीह पंचायतों के मुखिया, उपमुखिया, पंचायत समिति सदस्य और वार्ड सदस्य जुटे. कॉलेज के शिक्षकों के साथ ढाई घंटे चली महापंचायत में प्राचार्य कक्ष से पुलिसिया ताला हटाने, स्वच्छ शैक्षणिक वातावरण बहाल करने और शिक्षकों-कर्मियों को नियमित वेतन देने जैसी मांगों पर गंभीर विमर्श हुआ. बैठक का मुख्य उद्देश्य कॉलेज के लिए योग्य और वरीय प्रभारी प्राचार्य की नियुक्ति सुनिश्चित करना था, ताकि लंबे समय से चल रहे द्वंद्व की स्थिति को समाप्त किया जा सके. महापंचायत में प्रो जीवाधन महतो और डॉ राशुचंद महतो के बीच प्रभारी प्राचार्य पद को लेकर चल रही खींचतान पर भी चर्चा हुई. दोनों पक्षों से बातचीत के बावजूद सहमति नहीं बन सकी.

शिक्षा के नाम पर नहीं चलने देंगे राजनीति :

पंचायत प्रतिनिधियों ने चेताया कि अब कॉलेज में स्वार्थ की राजनीति नहीं चलने दी जायेगी. हर अनियमितता का पर्दाफाश होगा और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी. प्रतिनिधियों ने जल्द ही विधायक, कुलपति, उपायुक्त और अन्य वरीय अधिकारियों से मुलाकात कर वस्तुस्थिति से अवगत कराने का निर्णय लिया है. बैठक में यह खुलासा भी हुआ कि कॉलेज का शासी निकाय सिर्फ चार सदस्यों के बल पर चल रहा है, जबकि इसके लिए सात सदस्य अनिवार्य हैं. डॉ रंजीत सिंह की कथित बहाली, वेतन और इपीएफ में गड़बड़ी जैसे मुद्दों को भी प्रमुखता से उठाया गया.

कॉलेज गेट पर ताला लगाने के प्रयास का हुआ विरोध :

महाजुटान के दौरान अभाविप के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य शुभम हजारी के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने तालाबंदी का प्रयास किया, जिसका सभी ने एकजुट होकर विरोध किया. कुछ समय के लिए स्थिति तनावपूर्ण हो गयी. फिर ग्रामीणों ने इसकी सूचना पुलिस को दी. पुलिस ने पहुंच कर स्थिति को शांत किया और अभाविप कार्यकर्ताओं को लौटाया.

दोनों पक्षों से की वार्ता :

पंचायत प्रतिनिधियों ने दोनों पक्षों के प्राचार्य पक्ष के दावेदार शिक्षकों से वार्ता की. प्रो जीवाधन महतो ने अपनी नियुक्ति का आधार विधायक और एसडीओ का आदेश बताया और कहा कि यदि शासी निकाय का आदेश होगा, तो वे तुरंत पद से हट जाएंगे. वहीं डॉ राशुचंद महतो ने राज्यपाल सचिवालय और विश्वविद्यालय की बैठक के निर्देशों का हवाला देते हुए कहा कि उन्हें विधिवत नियुक्त किया गया है और कुलपति की उपस्थिति में उनके नाम पर सहमति बनी है.

ये थे मौजूद :

अध्यक्षता धावाचिता मुखिया ललिता देवी ने की. मौके पर मुखिया में मनोज महतो, बाबूलाल महतो, वंदना बारूई, सरस्वती देवी, राजेश हांसदा, पंसस धनंजय प्रसाद महतो, करमचंद सोरेन, राजेश कुमार महतो, उर्मिला देवी, शनिचर टुडू, उपमुखिया हूबलाल महतो, वार्ड सदस्य नंद किशोर महतो, पूर्व मुखिया मनसा राम मुर्मू, भोलानाथ महतो, सिकंदर कुमार, डाॅ राशुचंद महतो, प्रो जीवाधन महतो, प्रो अरुण केसरी, डाॅ त्रिवेणी महतो, डाॅ एसएन सिन्हा, डाॅ रंजीत सिंह, डाॅ सेफाली पांडेय, डाॅ सुरेश प्रसाद महतो, प्रो आशा कुमारी, डाॅ नीलम राय, डाॅ परमेश्वर महतो, प्रो बुद्धदेव प्रसाद, हेड क्लर्क वीरेंद्र रजवार आदि थे.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

[SAMACHAR]

Source link

Related Posts

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *