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India Pakistan Conflict: ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच जंग जैसे हालात बने हुए हैं. सीमा पर दोनों देशों की ओर से गहमागहमी है और पाकिस्तान लगातार फायरिंग कर रहा है, जिसमें 16 आम नागरिकों की अब तक मौत हो चुकी है. भारत भी पाकिस्तानी हमलों का माकूल जवाब दे रहा है और इंडियन आर्मी ने पाकिस्तान के एयर डिफेंस सिस्टम को भी तबाह कर डाला है, जिसके बाद आसार जताए जा रहे हैं कि भारत और पाकिस्तान के बीच आधिकारिक रूप से कभी भी जंग का ऐलान हो सकता है.
भारत और पाकिस्तान के बीच जंग के आसार इसलिए भी जताए जा रहे हैं, क्योंकि भारत की चेतावनी के बाद भी पाकिस्तान भारत के कई सैन्य ठिकानों को टारगेट कर रहा है. हालांकि, भारत पाकिस्तान के सभी हमलों को नाकाम कर रहा है. ऐसे में आशंका है कि भारत कभी भी पाकिस्तान के खिलाफ जंग छेड़ सकता है. अगर दोनों देशों के बीच युद्ध छिड़ता है तो आम नागरिकों के कर्तव्य बढ़ जाते हैं और उनकी कोई भी गलत हरकत जेल भी पहुंचा सकती है. ऐसे में चलिए जानते हैं कि यु्द्ध जैसी स्थिति में किन बातों का ध्यान रखना होता है?
सेना और सरकार के आदेश का पालन करें
जब भी युद्ध छिड़ता है तो सरकार द्वारा वॉर इमरजेंसी की घोषणा कर दी जाती है. ऐसे में सभी नागरिकों को सरकार और सेना के आदेशों का पालन करना होता है. अगर कोई नागरिक इन आदेशों का उल्लंघन करता है तो पुलिस उसे गिरफ्तार कर सकती है.
सेना के खिलाफ अफवाह फैलाने से बचें
युद्ध की स्थिति में सेना के खिलाफ अफवाह फैलाना भी आपको जेल की सैर करा सकता है. दरअसल, ऐसी हरकतो से सेना के जवानों का मनोबल गिरता है, जिसका खामियाजा जंग में युद्ध के दौरान सैनिकों को भुगतना पड़ता है. वहीं, ऐसी अफवाहों से दुश्मन देश बढ़त भी हासिल कर सकता है. ऐसे में अगर कोई नागरिक सेना के हारने, किसी क्षेत्र पर कब्जा होने और सरकार के बयानों को झूठा साबित करने की कोशिश करता है तो उसे बीएनस की धारा 197(1) के तहत जेल हो सकती है.
सोशल मीडिया पर दें सैन्य गतिविधि की जानकारी
आज के दौर में सोशल मीडिया का इस्तेमाल बढ़ गया है. युद्ध के दौरान अगर कोई व्यक्ति सोशल मीडिया पर सैन्य गतिविधि या फिर सेना के डिप्लॉयमेंट की जानकारी शेयर करता है तो उसके खिलाफ भी कार्रवाई की जा सकती है. दरअसल, ऐसी जानकारी को गोपनीय माना जाता है और ऐसी जानकारी शेयर करने पर ऑफीशियर सीक्रेट एक्ट के तहत सजा हो सकती है.
दुश्मन देश का प्रचार करने से बचें
युद्ध के दौरान अगर कोई देश दुश्मन देश का प्रचार करता है या फिर उसकी तारीफ करता है तो इसे देशद्रोह माना जाएगा. दरअसल, ऐसा करने से सेना का मनोबल गिरता है. इस स्थित में भारतीय न्याय संहिता की धारा 152 के तहत उम्रकैद भी हो सकती है.
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[SAMACHAR]
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