UP News : यह पूरा मामला बहुत ही दिलचस्प और कन्फ्यूजिग है। कानपुर में दो सीएमओ के बीच कुर्सी की जंग ने प्रशासनिक हलकों में हलचल मचा दी है। इस तरह के विवाद अक्सर प्रशासनिक कामकाज में अव्यवस्था पैदा कर सकते हैं, और यह बात और भी महत्वपूर्ण हो जाती है जब मामला कोर्ट तक पहुंचता है। UP News
कोर्ट के आदेश पर मची है रार
जब कोर्ट से स्टे मिल जाता है, तो स्थिति और भी पेचीदी हो जाती है, क्योंकि दोनों पक्षों का अपना पक्ष होता है। हरिदत्त नेमी का कहना है कि उन्हें हाईकोर्ट से स्टे मिला है, इसलिए उनका पदभार फिर से लेना सही है, जबकि उदयनाथ का कहना है कि वह नियमानुसार ही पदभार ग्रहण कर रहे हैं, क्योंकि कोर्ट का आदेश उनके पक्ष में नहीं आया। UP News
पुलिस की तैनाती ने पूरे मामले को और भी गंभीर बना दिया
इस बीच, पुलिस की तैनाती ने पूरे मामले को और भी गंभीर बना दिया है। प्रशासनिक संघर्षों में जब पुलिस को बुलाना पड़ता है, तो यह दर्शाता है कि स्थिति कितनी संवेदनशील हो सकती है। आपको लगता है कि इस तरह के मामले प्रशासनिक व्यवस्था को कमजोर करते हैं? या फिर ऐसे संघर्षों से किसी तरह की सफाई और पारदर्शिता आती है? UP News
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