Hindi News Hindi Samchar Hindi Blog Latest Hindi News
Chanakya Niti: आचार्य चाणक्य न केवल महान शिक्षक और इकोनॉमिस्ट थे, बल्कि वे जीवन के हर पहलू को समझने वाले और गहराई से विचार करने वाले भी थे. उनकी नीतियों में रिश्तों और दोस्ती के बारे में कई गहरी बातें कही गई हैं. चाणक्य का मानना था कि अगर हम सही समय पर लोगों को पहचान लें, तो बड़े से बड़ा धोखा खाने से भी बच सकते हैं. अपनी नीतियों में उन्होंने कुछ ऐसे हालातों का भी जिक्र किया है जिनमें सबसे करीबी दोस्त भी दुश्मन बन सकता है. आइए जानते हैं उनकी खास नीति कि कब दोस्त दुश्मन बन सकते हैं और हमें किन बातों का ख्याल रखना चाहिए.
दोस्ती और स्वार्थ का रिश्ता
चाणक्य नीति के अनुसार, जब दोस्ती सच्चे भाव से नहीं होती बल्कि केवल स्वार्थ के लिए की जाती है, तो वह रिश्ता लंबे समय तक नहीं टिकता. जब तक स्वार्थ पूरा होता है तब तक दोस्ती चलती रहती है लेकिन जैसे ही स्वार्थ खत्म हो जाता है, वही दोस्त दुश्मन बन सकता है. आचर्य चाणक्य कहते हैं कि ऐसे दोस्त से हमेशा सावधान रहना चाहिए जो केवल अपने फायदे के लिए आपके पास आए.
यह भी पढ़ें: Chanakya Niti: जीवन में कभी नहीं देखना पड़ेगा असफलता का चेहरा! अपनी हार को जीत में बदलने के लिए अपनाएं चाणक्य की ये बातें
यह भी पढ़ें: Chanakya Niti: बिना एक शब्द कहे सामने वाले से मनवा लें अपनी बात! आचार्य चाणक्य से सीखें ये गजब का हुनर
जरूरत के समय असली पहचान
चाणक्य नीति के अनुसार सच्चा दोस्त वही होता है जो मुश्किल समय में आपके साथ खड़ा रहे. चाणक्य कहते हैं कि, अच्छे समय में तो हर कोई साथ देता है, लेकिन बुरे वक्त में असली पहचान होती है. जो दोस्त आपकी परेशानी में आपका साथ छोड़ दे, उससे उम्मीद नहीं रखनी चाहिए. ऐसे लोग अक्सर मौके की तलाश में रहते हैं और आपके दुश्मन भी बन सकते हैं.
ईर्ष्या और जलन से बदलते रिश्ते
चाणक्य नीति के अनुसार, अगर आपका दोस्त आपकी सफलता से खुश नहीं होता और अंदर ही अंदर जलता है, तो वह कभी आपका सच्चा दोस्त नहीं हो सकता. धीरे-धीरे यह जलन नफरत में बदल सकती है और वही दोस्त आपका दुश्मन बन सकता है. इसलिए ऐसे व्यक्ति को जल्दी पहचान लेना ही समझदारी है.
यह भी पढ़ें: Chanakya Niti: रिश्तों में सबसे खतरनाक होते हैं ये लोग, धोखा खाने से बचने के लिए जानें आचार्य चाणक्य की चेतावनी
सीक्रेट्स को बचाकर रखना
चाणक्य ने खासतौर पर यह चेतावनी दी है कि अपने सभी सीक्रेट्स कभी भी किसी दोस्त को पूरी तरह से नहीं बताने चाहिए. समय के साथ हालात बदल सकते हैं और वही दोस्त यदि दुश्मन बन गया तो वह आपके सीक्रेट्स का इस्तेमाल आपके खिलाफ कर सकता है. इसीलिए चाणक्य ने कहा है कि, सीक्रेट हमेशा अपने पास रखना ही सबसे बड़ा कवच है.
दूरी बनाए रखना ही समझदारी
आचार्य चाणक्य के अनुसार हर दोस्त को अपने जीवन में जगह देना हमेशा सही नहीं होता. उनके अनुसार रिश्तों में बैलेंस बनाए रखना जरूरी है. अगर आप किसी पर अंधविश्वास कर बैठते हैं तो वही गलती आपके लिए खतरा बन सकती है. डिस्टेंस और बैलेंस से रिश्ते लंबे समय तक अच्छे बने रहते हैं और धोखे की संभावना भी कम होती है.
यह भी पढ़ें: Chanakya Niti: जीवन में आने वाली कोई भी मुसीबत अब नहीं लगेगी बड़ी! आचार्य चाणक्य से सीखें समस्याओं से बाहर निकलने का आसान तरीका
Disclaimer: यह आर्टिकल सामान्य जानकारियों और मान्यताओं पर आधारित है. प्रभात खबर इसकी पुष्टि नहीं करता है.
HINDI
Source link