अफ़ग़ानिस्तान ने इंग्लैंड को हराकर चैंपियंस ट्रॉफ़ी से बाहर किया, पाकिस्तान और भारत में कैसी चर्चा?
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लाहौर के गद्दाफ़ी स्टेडियम में चैंपियंस ट्रॉफ़ी के आठवें मुक़ाबले में अफ़ग़ानिस्तान ने इंग्लैंड को हराकर टूर्नामेंट से बाहर कर दिया.
इस जीत के साथ ही अफ़ग़ानिस्तान ने अपनी सेमीफ़ाइनल में पहुँचने की उम्मीद बरकरार रखी हैं. अफ़ग़ान टीम का अगला मैच शुक्रवार को ऑस्ट्रेलिया के साथ होगा.
बुधवार को हुए इंग्लैंड के ख़िलाफ़ मैच में अफ़ग़ानिस्तान ने निर्धारित 50 ओवरों में इब्राहिम ज़ादरान के 177 रनों की बदौलत 325 रनों का पहाड़ खड़ा किया.
जवाब में इंग्लैंड की पूरी टीम 317 रन ही बना सकी. इसमें जो रूट की 120 रनों की शानदार पारी भी शामिल थी लेकिन ये पारी टीम को जीत नहीं दिला सकी.
दिलचस्प बात ये है कि इस मैच के शुरू होने से पहले ये विवादों में घिर गया था.
दरअसल, चैंपियंस ट्रॉफ़ी से पहले ब्रिटेन में 150 से अधिक नेताओं ने अफ़ग़ानिस्तान में महिलाओं के अधिकारों के उल्लंघन का मुद्दा उठाते हुए इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड से अफ़ग़ानिस्तान के ख़िलाफ़ मैच न खेलने की मांग की थी.
हालांकि, आईसीसी के नियमों की वजह से बोर्ड ऐसा नहीं कर सका था. लेकिन अब इंग्लैंड को चैंपियंस ट्रॉफ़ी में अफ़ग़ानिस्तान से नॉकआउट मुक़ाबले में मिली हार को इसी विवाद से जोड़ा जा रहा है.
ज़ादरान के नाम बन गया रिकॉर्ड
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इस मैच में अफ़ग़ानिस्तान के सलामी बल्लेबाज़ इब्राहिम ज़ादरान ने चैंपियंस ट्रॉफ़ी में सर्वोच्च व्यक्तिगत स्कोर का रिकॉर्ड तोड़ दिया. इंग्लैंड के बल्लेबाज़ बेन डकेट 165 रन बनाकर अब तक ये उपलब्धि हासिल करने वाले इकलौते खिलाड़ी थे.
इतना ही नहीं ज़ादरान विश्व कप के बाद चैंपियंस ट्रॉफ़ी में शतक बनाने वाले अफ़ग़ानिस्तान के पहले बल्लेबाज़ बन गए और उन्हें प्लेयर ऑफ़ द मैच चुना गया.
इंग्लैंड के लिए पारी की शुरुआत करने वाले फिल सॉल्ट सिर्फ़ 12 रन बनाकर अज़मतुल्लाह उमरज़ई की गेंद पर आउट हो गए. वहीं विकेटकीपर बल्लेबाज़ जेमी स्मिद सिर्फ़ नौ रन ही बना सके.
ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ रिकॉर्ड पारी खेलने वाले बेन डकेट भी 38 रन बनाकर राशिद ख़ान की गेंद पर आउट हो गए, जबकि हैरी ब्रूक्स को मोहम्मद नबी ने 25 रन पर चलता किया.
हालांकि, एक छोर पर उखड़ते विकेटों के बीच जो रूट दूसरे छोर पर टिके रहे और उनके बल्ले से 111 रनों पर बेहद कीमती 120 रन निकले.
कप्तान जोस बटलर 42 गेंदों पर 38 रनों की पारी खेलकर आउट हुए जबकि लियम लिविंगस्टर ने महज़ 10 रन बनाए.
अफ़ग़ानिस्तान के लिए अज़मतुल्लाह उमरज़ई ने तीन, मोहम्मद नबी ने दो और राशिद ख़ान, गुलबदीन ने एक-एक विकेट लिए.
सोशल मीडिया पर पाकिस्तान की चर्चा क्यों?
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अफ़ग़ानिस्तान की जीत पर चैंपियंस ट्रॉफ़ी की मेज़बान और सेमीफ़ाइनल से भी बाहर हो चुके पाकिस्तान में भी चर्चा गरम है.
पाकिस्तान के पूर्व तेज़ गेंदबाज़ शोएब अख़्तर ने अफ़ग़ानिस्तान के रनों के पहाड़ पर एक वीडियो संदेश में कहा कि उन्हें इस बात की ख़ुशी है कि अफ़ग़ानिस्तान वाले बड़े अच्छे इंटेंट के साथ क्रिकेट खेलते हैं.
उन्होंने कहा, “मुझे पख़्तून लोग बहुत पसंद हैं, इनका जज़्बा बहुत पसंद है. लेकिन आज मुझे इनकी मैच्योरिटी बहुत अच्छी लगी. 325 किया है. ज़ादरान बहुत अच्छा खेले हो. दिल खुश कर दिया आपने. मैं चाहता था कि पाकिस्तान, हिंदुस्तान और अफ़ग़ानिस्तान सेमीफ़ाइनल खेले, लेकिन एक टीम तो आउट हो चुकी है. दुर्भाग्य से वह हमारी टीम थी.”
शोएब अख्तर ने कहा, “अभी तो ये (अफ़ग़ानिस्तान) टेस्ट क्रिकेट में आए हैं, नेशनल क्रिकेट में आए हैं लेकिन कितनी गेम अवेयरनेस है. क्या इंटेंट है. हमें भी इनसे सीखना चाहिए यार.”
शोएब अख़्तर ने एक्स पर अफ़ग़ानिस्तान की टीम के लिए लिखा कि अफ़ग़ानिस्तान ऐसी टीम है, जिसने इंग्लैंड को इतनी कड़ी चुनौती दी है.
वहीं, अफ़ग़ानिस्तान की जीत के बाद शोएब अख़्तर ने एक और वीडियो जारी करते हुए कहा कि अब ऑस्ट्रेलिया को भी हराना है.
पूर्व भारतीय क्रिकेटर रवि शास्त्री ने इस पर लिखा, “अफ़ग़ानिस्तान. आप लोगों ने कमाल कर दिया. इंग्लैंड के लिए ये कहूंगा कि इस उपमहाद्वीप में खेल को गंभीरता से लें बिना किसी बहाने के. तब ही आपकी पहचान एक ऐसी टीम की बनेगी जो कहीं भी जीत सकती है.”
यश तिवारी नाम के एक यूज़र ने सुझाव दिया कि अफ़ग़ानिस्तान के बल्लेबाज़ पाकिस्तान को समझदारी से खेलने का सबक सिखा रहे हैं.
वहीं जोन्स नाम के यूज़र ने लिखा कि अफ़ग़ानिस्तान की टीम लाहौर पर हावी हो रही है. चैंपियंस ट्रॉफ़ी अपने शिखर की ओर बढ़ रही है.
सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म रेडइट पर जब पूछा गया कि क्या अफ़ग़ानिस्तान एशिया की दूसरी सबसे बड़ी टीम बनकर उभरी है, तो ज़्यादातर लोग इससे सहमत दिखे.
दिलचस्प ये है कि आईसीसी की रैंकिंग में शीर्ष आठ टीमों में शामिल न होने की वजह से श्रीलंका इस टूर्नामेंट में हिस्सा नहीं ले सका. उसकी जगह पहली बार चैंपियंस ट्रॉफ़ी में अफ़ग़ानिस्तान शामिल हुआ है.
पाकिस्तान और बांग्लादेश दोनों ही टूर्नामेंट से बाहर हो चुके हैं. अब भारत और अफ़ग़ानिस्तान ही टूर्नामेंट में एशियाई टीमें हैं. भारत पहले ही सेमीफ़ाइनल के लिए क्वॉलिफ़ाई कर चुका है, जबकि अफ़ग़ानिस्तान के लिए ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ मैच क्वॉर्टर फ़ाइनल बन गया है.
इंग्लैंड पर क्यों था मैच बॉयकॉट करने का दबाव?
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चैंपियंस ट्रॉफ़ी से पहले, ब्रिटेन में 150 से अधिक राजनेताओं ने इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड से महिलाओं के अधिकारों के उल्लंघन के कारण अफ़ग़ानिस्तान के ख़िलाफ़ मैच का बहिष्कार करने का आह्वान किया था.
अफ़ग़ानिस्तान के ख़िलाफ़ मैच के संबंध में इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड को लेबर पार्टी के सांसद टोन्या एटोनियात्ज़ी ने एक पत्र लिखा था. इस पत्र पर रिफ़ॉर्म पार्टी के नेता निगेल फ़रेज़ और लेबर पार्टी के पूर्व नेता जेरेमी कॉर्बिन सहित दर्जनों नेताओं ने भी हस्ताक्षर किए थे.
इस चिट्ठी में मांग की गई थी कि क्रिकेट बोर्ड अफ़ग़ानिस्तान के साथ मैच खेलने से इनकार कर दे ताकि ‘तालिबान सरकार को स्पष्ट संदेश दिया जा सके कि इस तरह के उल्लंघन बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे.’
हालांकि, अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद यानी आईसीसी के नियमों के अनुसार, बोर्ड की स्थायी सदस्यता के लिए सभी सदस्य देशों को महिला क्रिकेट टीम बनाने और उसमें सुधार के लिए ज़रूरी कदम उठाने की आवश्यकता होती है.
इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड अफ़ग़ानिस्तान के साथ द्विपक्षीय मैच न खेलने की नीति पर चल रहा है.
इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष रिचर्ड गोल्ड ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “अफ़ग़ानिस्तान के ख़िलाफ़ अंतरराष्ट्रीय उपायों को लेकर आईसीसी में आम सहमति नहीं है, लेकिन इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड ऐसे उपायों की वकालत करना जारी रखेगा.”
दरअसल, तालिबान सरकार की ओर से महिलाओं पर लगाए गए प्रतिबंधों की वजह से ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम ने भी हालिया वर्षों में अफ़ग़ानिस्तान के ख़िलाफ़ द्विपक्षीय क्रिकेट खेलने से इनकार कर दिया है.
लेकिन ऑस्ट्रेलिया ने 2023 में वनडे वर्ल्ड कप और 2024 में टी-20 वर्ल्ड कप में अफ़ग़ानिस्तान के ख़िलाफ़ मैच खेले.
सोशल मीडिया पर यूज़र्स अब इस विवाद के बारे में भी प्रतिक्रिया दे रहे हैं. एक यूज़र ने लिखा कि अफ़ग़ानिस्तान ने उल्टा इंग्लैंड का बहिष्कार कर दिया है.
एक अन्य यूज़र ने तंज़ भरे अंदाज़ में लिखा, “ऐसा लग रहा है कि इंग्लैंड ने अपने राजनेताओं की सलाह मानी और अफ़ग़ानिस्तान के ख़िलाफ़ न खेलने का फ़ैसला किया.”
आचार्य मानस नाम के एक यूज़र ने लिखा, “अब मेरी समझ में आया कि इंग्लैंड अफ़ग़ानिस्तान के ख़िलाफ़ क्यों नहीं खेलना चाहता था.”
कैसी रही अफ़ग़ानिस्तान की पारी
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अफ़ग़ानिस्तान की पारी जब शुरू हुई तो सलामी बल्लेबाज़ रहमानुल्लाह गुरबाज़ चौथे ओवर की पहली गेंद पर छह रन बनाकर क्लीन बोल्ड हो गए. इसी ओवर की पाँचवीं गेंद पर सिद्दीकुल्लाह अतुल भी चार रन के निजी स्कोर पर एलबीडब्ल्यू आउट हो गए.
रहमत शाह भी 37 रनों के निजी स्कोर पर राशिद ख़ान को कैच दे बैठे. हालांकि, एक के बाद एक शुरुआती तीन झटकों के बावजूद अफ़ग़ानिस्तान की टीम दबाव में नहीं आई और दूसरे सलामी बल्लेबाज़ इब्राहिम ज़ादरान ने कप्तान हशमतुल्लाह शाहिदी के साथ मिलकर 103 रनों की साझेदारी की.
शाहिदी ने आदिल राशिद की गेंद पर आउट होने से पहले तीन छक्कों और एक चौके की मदद से 41 रन बनाए.
अज़मतुल्लाह उमरज़ई ने भी 41 रनों की पारी खेली जबकि मोहम्मद नबी ने भी महज़ 24 गेंदों पर 40 रनों की आक्रामक पारी खेली. इसमें तीन छक्के और दो चौके शामिल थे.
पारी की शुरुआत करने वाले इब्राहिम ज़ादरान 50वें ओवर की पहली गेंद पर आउट हो गए. ये उनके वनडे करियर का छठा शतक था. उनकी इस शानदार पारी में छह छक्के और 12 चौके शामिल थे.
इंग्लैंड की ओर से जोफ्रा आर्चर ने तीन, लिमय लिविंगस्टन ने दो और जिमी ओवरटन के साथ आदिल राशिद ने एक-एक विकेट लिए.
बीबीसी के लिए कलेक्टिव न्यूज़रूम की ओर से प्रकाशित